नई दिल्ली: आईआईटी दिल्ली के स्टार्टअप रमजा जेनोसेंसर (Ramja Genosensor) ने चार दिन तक प्रभावी रहने वाला एक स्प्रे विकसित किया है. इस स्प्रे को NANOSHOT नाम दिया गया है. यह स्प्रे नैनोपार्टिकल्स पर बेस्ड है और पूरी तरह से एल्कोहल या हाइपोक्लोराइट फ्री है. NANOSHOT का एक शॉट 96 घंटे यानी 4 दिन तक प्रभावी रहेगा.
रमजा जेनोसेंसर की संस्थापक डॉ. पूजा गोस्वामी के अनुसार "यह टेस्टेड और सर्टिफाइड हो गया है कि NANOSHOT को सतह पर अप्लाई करने के 30 सेकंड के भीतर यह वायरस, बैक्टीरिया, रोगाणुओं, कवक को मारना शुरू कर देता है और 10 मिनट में 99.9 फीसदी रोगाणुओं को मार सकता है." उन्होंने कहा, "इसके अलावा यह पूरी तरह से नॉन-टॉक्सिक है क्योंकि NABL मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में टेस्ट के दौरान कोई एलर्जी रिएक्शन, चकत्ते या जलन नहीं देखी गई. "
घर की कई चीजों पर किया जा सकता है यूज
यह विभिन्न सतहों के लिए तीन अलग-अलग स्प्रे पैक में आता है. यह स्प्रे किट कार के डैशबोर्ड, कार की सीटों, टैबलेट, पर्स, किताबें, सामान, लिफ्ट कंट्रोल पैनल, टीवी रिमूव, माइक्रोवेव और अन्य उत्पादों इस्तेमाल किया जा सकता है.
रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट जैसी जगहों के लिए भी उपयोगी
शॉटगन स्प्रे रिसेप्शन, सबवे, एस्केलेटर, लिफ्ट, सोफा, डाइनिंग एरिया, मीटिंग हॉल, मेट्रो, बस, स्कूल, वॉशरूम, रेस्तरां, ट्रेन, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, और सुरक्षा जांच जैसे बड़े क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है.एक रेगुलर स्प्रे भी है जो कि रसोई के स्लैब, डाइनिंग टेबल, बैग, बोतल, फ्रिज की सतहों, कुर्सियों, चाबियों, शोकेस, कांच की वस्तुओं, आदि और अन्य समान सतहों पर इस्तेमाल करने के लिए उपयोगी और सिंपल है.
बार-बार स्प्रे की जरूरत नहीं
डॉ. गोस्वामी के मुताबिक "जर्म-फ्री सतहों और उचित स्वच्छता हमारी प्राथमिकता है. हम इनडोर परिवेश में पर्याप्त स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए ज्यादा कॉस्ट- इफैक्टिव और एक हेल्दी सोल्यूशन विकसित करने पर काम कर रहे हैं. यह रोगाणुओं पर 99.9 फीसदी की इफिशिएंसी रेट से काम करता है और चार दिनों तक प्रभावी रहता है. NANOSHOT को बार-बार एप्लाई करने की आवश्यकता नहीं होती है."
यह भी पढ़ें-
कोरोना का कहर: देश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस वाला जिला बना बेंगलुरू, पुणे दूसरे नंबर पर
छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने पैसेंजर ट्रेन को किया डिरेल, सभी 30 यात्री सुरक्षित
Source link