कोरोना संकट के बीच इन देशों ने पर्यटकों के लिए खोली अपनी सीमाएं, मानने होंगे यह नियम

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कोरोना महामारी के चलते ना सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के अन्य देशों में विदेशी पर्यटकों के लिए नो एंट्री का ऐलान किया गया था, लेकिन कोरोना के मामले कम होने और वैक्सीन आ जाने के बाद अब फिर से कुछ देशों ने विदेशी पर्यटकों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं. दरअसल अब कुछ देशों में कोरोना का कहर बिल्कुल नहीं देखा जा सकता है, इसी वजह से वहां ना लॉकडाउन लगाने की जरूरत है और ना आने जाने पर रोक लगाई जा रही है.


जबकि भारत के विभिन्न हिस्सों  लॉकडाउन अभी लगा है, और भारत अभी भी कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहा है, लेकिन दुनिया में  कुछ ऐसे देश हैं जो आंशिक रूप से या पूरी तरह से पर्यटन के लिए खुल गए हैं. जहां कुछ देशों में फुली वैक्सीनेटेड लोगों को बिना किसी अन्य नियम के जाने की इजाजत मिल गई है. वहीं कुछ देश अभी भी कोरोना को लेकर सतर्क है, और सावधानी के साथ पर्यटकों को आने की परमिशन दे रहे हैं.


इन देशों में मिली है जाने की परमिशन


थाईलैंड: लोकप्रिय पर्यटन देश अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए इस जुलाई को फिर से खुलने के लिए तैयार है. लेकिन यहां सिर्फ फुल वैक्सीनेटेड लोगों को एंट्री मिलेगी.


यूनाइटेड किंगडम: यहां 17 मई से पर्यटन फिर से शुरू हो गया है. यहां पर्यटकों को लाल, हरे, एम्बर श्रेणियों में बांटा गया है. भारत इसमें रेड कैटेगरी में है.


ग्रीस: यहां सिर्फ वो पर्यटक जा सकते हैं जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज ली है, या फिर उनकी आरटी पीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव है.


आइसलैंड: यहां जाने के लिए पर्यटकों को पहले टेस्ट कराना होगा और फिर क्वारंटाइन में रहना पड़ेगा. ये नियम मानना वैक्सीनेटेड पर्यटकों के लिए भी जरूरी है. 


माल्टा: इस देश ने अप्रैल में घोषणा की थी कि वो इस गर्मी में आने वाले पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा, और यहां पूरे यूरोप में सबसे ज्यादा वैक्सीन लगाई गई है.


साइप्रस: यहां 65 देशों के पर्यटक आ सकते हैं. यहां आने के लिए एक डिजिटल ग्रीन पासपोर्ट होना चाहिए और साथ ही पर्यटक की नेगेटिव रिपोर्ट भी होनी चाहिए.


पोलैंड: यहां जाने के लिए पर्यटक को 10 दिनों तक क्वारंटाइन में रहना होगा. हालांकि ये नियम वैक्सीनेटेड लोगों के लिए नहीं है, लेकिन टेस्ट उनको भी करना पड़ेगा.


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