शिवपाल ने गठबंधन के लिए अखिलेश को दिया 11 अक्टूबर तक का समय

Image Source : PTI FILE
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अखिलेश को प्रसपा की ओर से हम गठबंधन के लिए 11 अक्टूबर तक का समय दे रहे हैं।

इटावा: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन के लिए पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को 11 अक्टूबर तक का समय दे रहे हैं, उसके बाद उनकी पार्टी प्रदेश की सभी 403 सीटों पर प्रत्याशी उतारने के बारे में फैसला करेगी। यादव ने मंगलवार को इटावा जिला सहकारी बैंक के मुख्यालय पर कहा कि हमारी सोच समाजवादी रही है, और समाजवादी पार्टी बनाने मे नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के साथ कंधे से कंधा मिला कर कठिन परिश्रम से पार्टी खड़ी की थी।

‘हम अखिलेश को 11 अक्टूबर तक का समय दे रहे हैं’

शिवपाल ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि पार्टी और अधिक मजबूत बने इसके लिए सपा के साथ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (प्रसपा) का गठबंधन हो, हमने गठबंधन के सारे प्रयास सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ कर लिए हैं और अब बारी अखिलेश यादव की है, उन्हें प्रसपा की ओर से हम गठबंधन के लिए 11 अक्टूबर तक का समय दे रहे हैं। हमें इंतजार है, सपा अध्यक्ष जो भी निर्णय करना हो कर लें। हमारी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया का संगठन पूरे प्रदेश मे प्रबल रूप से प्रभावी और मजबूत है और पार्टी प्रदेश की सभी 403 सीटों पर अपने प्रत्याशी विधानसभा चुनाव मैदान खडे़ करेगी और दमदारी से चुनाव लड़ेगी और चुनाव जीतकर सरकार बनाएगी।’

’12 अक्टूबर को शुरू होगी सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा’
शिवपाल ने कहा कि लोहिया जी के जन्म दिवस 12 अक्टूबर से कृष्ण भूमि मथुरा वृंदावन से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अपनी सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा की शुरूआत करेगी और इसका कार्यक्रम बना लिया गया है। प्रदेश के पंचायत चुनाव में इटावा जिले में प्रसपा सपा के एकजुटता का उदाहरण देते हुए शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जिला पंचायत के चुनाव में पार्टी के प्रयास पर सपा के साथ एकजुट होकर चुनाव लड़ा और जिला पंचायत के चुनाव जीतकर जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर अंशुल यादव को निर्विरोध चुनवाया और अध्यक्ष बनाया था।

‘ओवैसी देश के बडे़ नेता हैं, उन पर टिप्पणी नहीं कर सकता’
शिवपाल ने दावा किया कि अबकी बार प्रसपा इटावा की तीनों और औरैया जिले की तीनों सीटों पर जीत दर्ज करेगी। शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि कोरोना के कारण विपक्षी नेता सरकार की असफलताओं को जनता के बीच जन आन्दोलन नहीं चला सके जिसका सीधा फायदा भारतीय जनता पार्टी की सरकार को हुआ। हैदराबाद से सांसद असदुदीन ओवैसी पर पूछे गए सवाल पर शिवपाल ने कहा कि ओवैसी देश के बडे़ नेता हैं उनपर वे कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।

अभी भी समाजवादी पार्टी के ही विधायक हैं शिवपाल
शिवपाल यादव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा हैं और उन्होंने आपसी मतभेद के बाद सपा से अलग होकर प्रसपा लोहिया बनाई थी। अखिलेश यादव से जब हाल ही में हुए एक कार्यक्रम में इस बारे में पूछा गया कि क्या वह चाचा शिवपाल की पार्टी के साथ गठबंधन करेंगे, तो उन्होंने सीधा जवाब देते हुए कहा, ‘सपा 2022 के चुनावों में छोटी पार्टियों के साथ जाएगी और हम उन्हें साथ ले आएंगे और उन्हें उचित सम्मान देंगे।’ गौरतलब है कि नई पार्टी बनने के बाद भी शिवपाल समाजवादी पार्टी के विधायक हैं। अखिलेश पहले भी कई मौकों पर कह चुके हैं कि उनकी पार्टी जसवंत नगर (शिवपाल के विधानसभा क्षेत्र) सीट पर कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी। (भाषा)



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *