खून के थक्के और मौत की खबर के बाद एस्ट्रेजेनिका वैक्सीन पर डेनमार्क-नॉर्वे ने लगाई अस्थाई रोक

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डेनमार्क और नॉर्वे ने एस्ट्रेजेनिका की कोविड-19 वैक्सीन के इस्तेमाल पर अस्थाई रूप से रोक लगाई है. खून के थक्के (Blood Clots) बनने और डेनमार्क में एक शख्स की मौत की रिपोर्ट सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है. गुरुवार को अथॉरिटीज ने इस बात की जानकारी दी है.

डेनमार्क अथॉरिटीज ने यह नहीं बताया है कि खून के थक्के की कितनी रिपोर्ट्स सामने आई है. लेकिन, ऑस्ट्रिया ने एस्ट्रेजेनिका वैक्सीन के टीकाकरण पर रोक लगा दी है जबकि द्रवीय जमाव से एक की मौत और बीमारी की जांच कर रहा है.

दानिश के हेल्थ अथॉरिटी, सोरेन ब्रोस्ट्रोम ने एक बयान में कहा- “हम और दानिश मेडिसिन्स एजेंसी दोनों को ही संभावित गंभीर प्रभाव की रिपोर्ट्स पर जवाब देना है, दोनों ही डेनमार्क और अन्य यूरोपीयन देशों को लेकर.” स्वास्थ्य मंत्री मैग्नस हेयूनिश्के ने कहा- “वर्तमान में कोई लिंक है या नहीं इसके बारे में नतीजा निकाल पाना मुश्किल है. हम जल्द इस पर काम कर रहे हैं और इसमें व्यापक जांच की जरूरत है. ”

वैक्सीन के इस्तेमाल पर 14 दिनों के लिए अस्थाई रोक लगी रहेगी. स्वास्थ्य एजेंसी ने डेनमार्क में खून के थक्के के पीड़ित के बारे में विस्तृत ब्यौरा नहीं दिया है. डेनमार्क के फौरन बाद नॉर्वे ने गुरुवार को उसी के कदम पर चलते हुए यह ऐलान किया और वैक्सीनेशन पर फिलहाल अनिश्चित समय के लिए रोक लगा दी है. नॉर्वेजिन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ में डायरेक्टर ऑफ इन्फैक्शन प्रिवेंशन एंड कंट्रोल, गेइर बुखोल्म ने एक न्यूज कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा- “यह ऐहतियाती फैसला है. ”

एस्ट्रेजेनिका ने गुरुवार को समाचार एजेंसी रॉटर्स को एक बयान में कहा कि उनकी वैक्सीन की सुरक्षा का मानव ट्रायल के दौरान गहन रूप से अध्ययन किया गया था और सहकर्मी के समीक्षा किए गए आंकड़ों ने इसकी पुष्टि की है कि यह टीका आमतौर पर अच्छी तरह से सहन किया गया था.

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