संस्कृत सीखने की ललक में मारिया स्पेन से भारत आई, और न सिर्फ सीखा बल्कि गोल्ड मेडल हासिल किया

Facebook
Twitter
Pinterest
WhatsApp

संस्कृत भले ही भारत में कमजोर पड़ी हो, लेकिन दुनिया में इसकी चमक फीकी नहीं पड़ी है बल्कि इसका डंका दुनिया भर में बज रहा है. पहले ज्यादातर विदेशी सिर्फ संस्कृत भाषा सीखने के लिए आते थे और कुछ सर्टिफिकेट कोर्स कर चले जाते थे लेकिन अब

Source link