राफेल लड़ाकू विमान: पूर्वी मोर्चे पर चीन की घेराबंदी के लिए बंगाल के हाशिमारा बेस पर तैनात किया जाएगा दूसरा स्क्वाड्रन

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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना अप्रैल के मध्य में राफेल लड़ाकू विमान के दूसरे स्क्वॉड्रन (दस्ते) की तैनाती के लिए पूरी तरह तैयार है। जानकारी के अनुसार राफेल का दूसरा स्क्वॉड्रन हरियाणा के अंबाला के बाद पश्चिम बंगाल के हाशिमारा बेस पर तैनात होगा। फ्रांस में पायलटों की ट्रेनिंग भी लगभग उसी समय पूरी होगी। हाशिमारा बेस उत्तर बंगाल में चीन-भूटान ट्राइजंक्शन के करीब है।

सूत्रों ने बताया कि राफेल लड़ाकू विमान के दूसरे स्क्वॉड्रन को इस साल अप्रैल के मध्य में हाशिमारा में अगले मुख्य संचालन अड्डे पर मुस्तैद किया जाएगा। भारत को अगले कुछ महीनों में फ्रांस से और विमान मिलने की उम्मीद है। बता दें कि एक स्क्वॉड्रन में लगभग 18 विमान होते हैं।

खबर में खास

  • राफेल विमानों का पहला स्क्वॉड्रन अंबाला वायुसेना स्टेशन पर तैनात हैं। 
  • भारत ने फ्रांस से 59 हजार करोड़ रुपये में 36 लड़ाकू विमान खरीदने के लिए साल 2016 में डील की थी।
  • इनमें 30 फाइटर जेट और 6 ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट होंगे। ट्रेनर जेट्स टू सीटर होंगे और इनमें भी फाइटर जेट जैसे सभी फीचर होंगे।
  • 27 जुलाई को 7 भारतीय पायलट्स ने राफेल लेकर फ्रांस से उड़ान भरी और 7,000 किमी का सफर तय कर 29 जुलाई को भारत पहुंचे थे।
  • तब 5 राफेल फाइटर जेट्स का पहला बैच भारत को मिला था।
  • दूसरे बैच में 3 नवंबर को 3 राफेल और तीसरी खेप में 27 जनवरी को 3 राफेल विमान भारत आए थे।
  • मार्च तक 6 और विमान भारत को मिल जाएंगे। ऐसे में इसकी कुल संख्या 17 हो जाएगी।

17 गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में शामिल हुए राफेल
पिछले साल 10 सितंबर को राफेल फाइटर जेट की अम्बाला स्थित 17 गोल्डन एरो स्क्वॉड्रन में औपचारिक एंट्री हुई थी। यह दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई। 17 साल बाद देश के रक्षा मंत्री अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर किसी बड़े समारोह में शामिल हुए। इससे पहले अगस्त 2003 में एनडीए सरकार में रक्षा मंत्री रहे जॉर्ज फर्नांडिस यहां पहुंचे थे।

बता दें कि 2019 में दशहरे पर राफेल भारत को सौंपे गए थे, तब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस में हिंदू रीति रिवाज से शस्त्र पूजा करते हुए राफेल पर ‘ओम’ बनाकर नारियल चढ़ाया और धागा बांधा था।
 

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