Sundar Pichai Birthday: जानिए- गूगल के सीईओ और भारत के इस बेटे को कितनी मौटी सैलरी मिलती है

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Sundar Pichai Birthday: दुनिया के नंबर वन सर्च इंजन गूगल के CEO सुंदर पिचाई 12 जुलाई को अपना 49वां बर्थडे सेलिब्रेट करेंगे. भारतीय मूल के पिचाई का जन्म 12 जुलाई, 1972 को चेन्नई में हुआ था. 10 अगस्त, 2015 को उन्हें गूगल कंपनी के CEO के तौर पर चुना गया था. साथ ही वर्तमान में पिचाई गूगल की पैरेंट कंपनी Alphabet के भी CEO हैं. उन्हें दिसंबर 2019 में ये जिम्मेदारी सौंपी गई थी. 

 

Alphabet का CEO बनने के बाद से सुंदर पिचाई की सैलेरी में भी इजाफा हुआ है और वो आज दुनिया में सबसे ज्यादा सैलेरी पाने वाले CEO हैं. 

साल 2020 के दौरान सुंदर पिचाई की बेस सैलरी लगभग 15 करोड़ रुपये (20 लाख डॉलर) थी. इसके अलावा अन्य भत्तों के तौर पर उन्हें लगभग 37 करोड़ रुपये (50 लाख डॉलर) मिलते हैं. यदि इन दोनों को मिला दिया जाए तो उनकी कुल सैलरी लगभग 52 करोड़ रुपये है. 

 

Alphabet का CEO बनने के बाद सैलरी में हुआ जबर्दस्त इजाफा 

 

Alphabet का CEO बनने के बाद सुंदर पिचाई की सैलरी में जबर्दस्त इजाफा हुआ है. इस से पहले वो केवल गूगल के CEO के पद पर कार्य कर रहे थे. इस दौरान साल 2019 में उनकी सैलरी लगभग 4.8 करोड़ रुपये (6.5 लाख डॉलर) थी. इसके अलावा अन्य भत्तों के तौर पर उन्हें लगभग 24 करोड़ रुपये (33 लाख डॉलर) प्रदान किए गए थे.  

 

2020 के दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में है शामिल 

 

टाइम मैगजीन ने हर साल की तरह 2020 के लिए दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची जारी की थी. बिजनेस जगत से सुंदर पिचाई का नाम इस लिस्ट में शामिल किया गया था. सुंदर पिचाई बीते 16 साल से गूगल में नौकरी कर रहे हैं और दुनिया की सबसे मूल्यवान टेक कंपनी गूगल के सीईओ के तौर पर करोड़ों भारतीयों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं.

मदुरै में हुआ था जन्म 

 

सुंदर पिचाई का जन्म साल 1972 में तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था. उनके पिता ब्रिटिश कंपनी जीईसी में इंजीनियर थे. पिचाई ने चेन्नई से दसवीं तक की पढ़ाई की थी. बाद में उन्होंने IIT खड़गपुर से (1989-93) के दौरान मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. वो हमेशा अपने बैच के टॉपर रहे. फाइनल एग्जाम में उन्होंने अपने बैच में टॉप किया और रजत पदक हासिल किया था.आईआईटी में पढ़ाई खत्म करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए पिचाई अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय गए.

 

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