म्यूचुअल फंड कंपनियों ने फरवरी में शेयरों से 16,306 करोड़ रुपये की निकासी की है। इस तरह यह लगातार नौवां महीना है, जबकि म्यूचुअल फंड द्वारा शेयरों की बिकवाली की गई है। शेयर बाजारों में तेजी के बीच छोटे निवेशक मुनाफा काट रहे हैं, जिसकी वजह से म्यूचुअल फंड द्वारा शेयरों से निकासी का सिलसिला जारी है।
निकासी का रुख जारी रहेगा
फायर्स के शोध प्रमुख गोपाल कवालिरेड्डी ने कहा कि शेयर बाजारों तेजी का सिलसिला रुकने तक निकासी का रुख जारी रहेगा। उसके बाद निवेशकों को अपना निवेश दीर्घावधि के निवेश विकल्पों मसलन म्यूचुअल फंड में लगाने का अवसर मिलेगा। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के आंकड़ों के अनुसार कुल मिलाकर 2020 में म्यूचुअल फंड द्वारा शेयरों से 56,400 करोड़ रुपये की निकासी की गई है।
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दो साल पहले घाटा उठाने वाले काट रहे मुनाफा
ग्रीन पोर्टफोलियो के सह-संस्थापक दिवम शर्मा ने कहा, ”बड़ी गिरावट के बाद बाजार में जब भी तेजी आती है, निवेशक निकासी करते हैं। कोविड-19 से दो साल पहले घाटा उठाने वाले निवेशकों ने हाल के महीनों में मुनाफा काटा है। इसकी वजह से म्यूचुअल फंड द्वारा भी शेयरों से निकासी की गई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा बड़ी संख्या में निवेशक डीमैट खाता खोलकर अब सीधे शेयर बाजार में निवेश करने लगे हैं।
जून से फरवरी तक 1.24 लाख करोड़ रुपये की निकासी
आंकड़ों के अनुसार जून, 2020 से म्यूचुअल फंड शेयरों से लगातार निकासी कररहे हैं। फरवरी तक उन्होंने कुल 1.24 लाख करोड़ रुपये की निकासी की है। हालांकि, 2020 के पहले पांच माह जनवरी-मई के दौरान म्यूचुअल फंड ने शेयरों में 40,200 करोड़ रुपये डाले। इसमें से 30,285 करोड़ रुपये का निवेश अकेले मार्च महीने में किया गया।
महीना |
निकासी करोड़ रुपये में |
फरवरी | 16,306 |
जनवरी | 13,032 |
दिसंबर | 26,428 |
नवंबर | 30,760 |
अक्टूबर | 14,492 |
सितंबर | 4,134 |
अगस्त | 9,213 |
जुलाई | 9,195 |
जून | 612 |
स्रोत: सेबी
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