सर्राफा बाजारों में सोने के भाव (Gold Price) में लगातार गिरावट आ रही है। अप्रैल से शुरू हो रहे शादियों के सीजन के लिए यह शुभ संकेत हैं। शादी वाले घरों में जिन्हें सोना-चांदी खरीदना है, उनके लिए यह सुनहरा मौका है। वहीं निवेश के लिहाज से भी यह बेहतर समय है, क्योंकि सोना अपने ऑल टाइम हाई 56254 से करीब 11500 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो चुका है। सर्राफा बाजारों में पिछले 6 कारोबारी दिनों में सोना 1603 रुपये और चांदी 4099 रुपये टूटी है। गुरुवार 4 मार्च को सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोने का भाव 44843 रुपये पर आ गया और आने वाले दिनों में यह 42500 तक आ सकता है।
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फरवरी में 3000 रुपये गिरा सोना
सोने के रेट में फरवरी महीने सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। सर्राफा बाजारों में सोने के रेट में 3000 रुपये गिरावट देखी गई वहीं, सोना अपने उच्चतम रेट से 11500 रुपये से ज्यादा सस्ता हो चुका है। लाइव हिन्दुस्तान के साथ बातचीत में केडिया इस गिरावट की पांच बड़ी वजहें बताते हैं। पहली वजह के बारे में बताते हुए कहते हैं कि इंपोर्ट ड्यूटी में 2.5 प्रतिशत की कटौती का सीधा असर गोल्ड और सिल्वर मार्केट पर पड़ रहा है। दूसर वजह है डॉलर इंडेक्स। यह जब गिर रहा था तो सोने का रेट चढ़ रहा था। अब यह संभालता हुआ दिखाई दे रहा है। डॉलर इंडेक्स अब 91 पर आ गया है। इसका असर सोने के भाव पर पड़ रहा है।
डॉलर, बिटक्वाइन और इक्विटी ने बजाई सोने की बैंड
तीसरी वजह यूएस में बांड यील्ड का बढ़ना है। यह अब 1.4 फीसद पर पहुंच गया है। जब बांड यील्ड का बढ़ना गोल्ड के लिए नेगेटिव होता है। कोरोना वायरस को लेकर लोगों की चिंताएं अब कम हो रही हैं, इससे भी सोने के रेट में गिरावट है। चौथी बड़ी वजह है ईटीएफ में मुनाफवसूली और पांचवीं वजह है, निवेश के लिहाज से सबसे सुरक्षित माने जाने वाले सोने के बजाय लोगों ने पैसा थोड़ा जोखिम वाली जगहों पर लगाया है, जैसे कि बिटक्वान और इक्विटी। बिटक्वाइन और इक्विटी दोनों में इधर निवेशकों का रुझान बढ़ा है। गोल्ड और सिल्वर का रेश्यो कम हुआ है। चीन, सिंगापुर, हांगकांग में सोने की मांग बढ़ी है और भाव गिरने से घरेलू मार्केट में खरीदारी बढ़ेगी। वहीं चांदी 63000 से 71000 के बीच रह सकती है।
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